यमुना नदी, जो कि उत्तर भारत की प्रमुख नदियों में से एक है, अब लंबे समय से Pollution के चलते चर्चा में बनी हुई है। विशेष रूप से दिल्ली, मथुरा और आगरा जैसे शहरों में यह नदी बेहद Polluted हो चुकी है। लेकिन अब सरकार ने इसे फिर से स्वच्छ और जीवनदायिनी बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।
- 2025 से शुरू हुआ है एक मिशन मोड में ‘Yamuna River Safai Abhiyan’।
केंद्र सरकार का मिशन | Central Government’s Yamuna Mission
भारत सरकार ने अगले 3 सालों में यमुना नदी को पूरी तरह साफ करने का लक्ष्य तय किया है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल के साथ इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बैठक की।
Mission Phases:
Phase 1: अगले 1.5 साल में यमुना का पानी नहाने योग्य (bathing quality) बनाना।
Phase 2: उसके बाद अगले 1.5 साल में पानी को पीने योग्य (drinking quality) बनाना।
Yamuna Cleanup के तीन मुख्य चरण | Three Main Steps of The PROJECT
- Water Hyacinth (जलकुंभियों) को हटाना:
मशीनी सहायता से यमुना में जमी जलकुंभियों को हटाया जा रहा है। दिल्ली के वजीराबाद और सोनिया विहार इलाकों में यह काम तेजी से चल रहा है। - Silt Removal (गाद निकालना):
जलकुंभियों की सफाई के बाद गाद को हटाया जाएगा जिससे नदी की गहराई बनी रहे और प्रदूषण घटे। - River Dredging (ड्रेजिंग):
यह प्रोसेस नदी के तल को साफ और गहरा करने के लिए किया जाएगा ताकि जल प्रवाह में सुधार हो सके।
👉 45 दिनों में जलकुंभियों को हटाने का Target रखा गया है। हर दिन 9 घंटे काम जारी है
15 जून 2025 तक की स्थिति | Status Update till 15 June 2025
76 बड़े नालों में से 90% की सफाई पूरी हो चुकी है।
नालों की सफाई के लिए GPS Tracking, Ground Reporting और High-tech मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है।
बारिश के मौसम में जलभराव रोकने की दिशा में काम अंतिम चरण में है।
STP और Drain System Modernization | नालों की सफाई और ट्रीटमेंट
सरकार यमुना नदी में गिरने वाले सभी नालों के लिए STP (Sewage Treatment Plants) लगा रही है, ताकि गंदा पानी नदी में जाने से पहले ट्रीट हो जाए।
✅ ट्रीटमेंट के बाद पानी से हानिकारक रसायन, कचरा और दूषित पदार्थ निकाले जाएंगे।
✅ इस प्रक्रिया में 500 वालंटियर्स भी शामिल होंगे जो:
- लोगों को जागरूक करेंगे।
- यमुना में पूजा सामग्री या कूड़ा डालने से रोकें
High Level Monitoring | टॉप लेवल पर निगरानी
पूरा अभियान गृह मंत्री अमित शाह की निगरानी में चल रहा है।
जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल इसे ग्राउंड लेवल पर सुपरवाइज कर रहे हैं।
➡️ सरकार इसे “War Mode” पर ऑपरेशन क्लीन यमुना के रूप में चला रही है।
➡️ हर गतिविधि पर सूक्ष्म निगरानी रखी जा रही है।
यमुना नदी उत्तर भारत की एक प्रमुख और पवित्र नदी है, जो गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी मानी जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि यमुना नदी के बारे में और यह कहां-कहां बहती है:
यमुना नदी का उद्गम स्थल (Origin of Yamuna River):
यमुना नदी का जन्म उत्तराखंड राज्य के यमुनोत्री ग्लेशियर से होता है, जो कि उत्तरकाशी जिले में स्थित है। यह समुद्र तल से लगभग 6,387 मीटर (21,000 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
निष्कर्ष | Conclusion
यमुना नदी सफाई अभियान – New Delhi सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन बनता जा रहा है।
सरकार, तकनीक और जनता के साथ मिलकर 2027 तक यमुना को स्वच्छ और जीवनदायिनी बनाने की पूरी तैयारी में है।
यमुना नदी की कुल लंबाई:
यमुना नदी की कुल लंबाई लगभग 1,376 किलोमीटर है।
यमुना नदी का मार्ग (Flow Route):
1. उत्तराखंड (Uttarakhand):
- यमुनोत्री से निकलकर नदी पहले उत्तराखंड में बहती है।
2. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh):
- यमुना नदी हिमाचल की सीमा को भी छूती है, खासकर सिरमौर जिले के पास।
3. हरियाणा (Haryana):
- हरियाणा में यह यमुनानगर, करनाल, पानीपत आदि जिलों से होकर बहती है।
4. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh):
- उत्तर प्रदेश में यमुना एक बड़ी भूमिका निभाती है। यह सहारनपुर, मथुरा, आगरा, इटावा, औरैया, और प्रयागराज तक बहती है।
5. दिल्ली (Delhi):
- यमुना दिल्ली के बीचों-बीच बहती है। दिल्ली में इसका जल प्रदूषण का सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है।
6. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh):
- कुछ हिस्सों में, जैसे कि चंबल नदी (जो कि यमुना की सहायक नदी है), मध्य प्रदेश से आती है और यमुना में मिलती है।
🟩 “Swachh Yamuna, Swasth Bharat!”
🟦 “Clean River, Green Future!”