आज के समय में What is Gen Z एक सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाला सवाल है। “Gen Z” या “जनरेशन Z” वह पीढ़ी है जो लगभग 1997 से 2012 के बीच पैदा हुई है। यह वह वर्ग है जिसने इंटरनेट, स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के दौर में आँखें खोलीं। इस वजह से Gen Z को डिजिटल नेटिव्स भी कहा जाता है।
Gen Z की परिभाषा और समय सीमा
जनरेशन Z की समय सीमा पूरी दुनिया में थोड़ी अलग-अलग मानी जाती है, लेकिन आम तौर पर इसे 1997 से 2012 या 2015 तक जन्म लेने वाले लोग माना जाता है। इस पीढ़ी के लोग मिलेनियल्स (Millennials) के बाद आते हैं और जनरेशन अल्फा (Generation Alpha) से पहले।
Gen Z की प्रमुख विशेषताएँ
- डिजिटल-फर्स्ट सोच: यह लोग जन्म से ही इंटरनेट और मोबाइल टेक्नोलॉजी के साथ बड़े हुए हैं।
- सोशल मीडिया एक्टिव: इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, यूट्यूब और टिकटॉक जैसी ऐप्स पर Gen Z सबसे ज़्यादा सक्रिय है।
- टेक्नोलॉजी फ्रेंडली: ऑनलाइन लर्निंग, रिमोट वर्क और डिजिटल पेमेंट्स इनके लिए सामान्य हैं।
- सोशल अवेयरनेस: जलवायु परिवर्तन, समानता और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर यह ज्यादा जागरूक हैं।
शिक्षा और करियर में Gen Z का योगदान
Gen Z के विद्यार्थी और युवा ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स, डिजिटल क्लासरूम और ई-लर्निंग टूल्स के ज़रिए पढ़ाई कर रहे हैं। यह पारंपरिक करियर के बजाय नए स्टार्टअप, क्रिएटिव इंडस्ट्री, AI और डिजिटल मार्केटिंग की ओर बढ़ रहे हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, Gen Z में फ्रीलांसिंग और गिग इकोनॉमी को लेकर काफी उत्साह है।
समाज और संस्कृति पर Gen Z का प्रभाव
Gen Z का फैशन, म्यूजिक, सिनेमा और गेमिंग पर जबरदस्त प्रभाव है। यह मीम कल्चर, रील्स और शॉर्ट वीडियो के ज़रिए ट्रेंड सेट करते हैं।
साथ ही यह पीढ़ी पारंपरिक मान्यताओं को चुनौती देने में भी आगे है। सामाजिक मुद्दों पर इनकी सक्रियता ब्रांड्स और सरकारों को भी नीतियाँ बदलने पर मजबूर कर रही है।
Gen Z और डिजिटल जीवनशैली
- स्मार्टफोन प्राथमिक डिवाइस: लैपटॉप या डेस्कटॉप की जगह स्मार्टफोन का इस्तेमाल।
- वीडियो कंटेंट की ओर झुकाव: पढ़ने के बजाय वीडियो और ऑडियो कंटेंट पसंद।
- इंस्टेंट कम्युनिकेशन: चैट, स्टोरी और वॉइस मैसेज इनकी रोज़मर्रा की भाषा है।
Gen Z की चुनौतियाँ
जहाँ Gen Z टेक्नोलॉजी में आगे है, वहीं उन्हें कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है:
- मेंटल हेल्थ: लगातार सोशल मीडिया इस्तेमाल से चिंता और अवसाद के मामले बढ़ते हैं।
- जॉब सिक्योरिटी: AI और ऑटोमेशन की वजह से भविष्य की नौकरियाँ बदल सकती हैं।
- इंफॉर्मेशन ओवरलोड: बहुत सारी जानकारी के चलते निर्णय लेने में मुश्किल।
ब्रांड्स और पॉलिटिक्स पर Gen Z का असर
ब्रांड्स अब Gen Z की पसंद-नापसंद को ध्यान में रखकर प्रोडक्ट और कैंपेन बना रहे हैं। यह पीढ़ी सस्टेनेबल और एथिकल प्रोडक्ट्स की ओर झुकाव रखती है।
राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर Gen Z की राय चुनावों और नीतियों पर असर डाल रही है।
भविष्य की ओर Gen Z
2025 और उसके बाद Gen Z कार्यस्थल पर सबसे बड़ा वर्कफोर्स बन जाएगी। उनकी तकनीकी समझ, सामाजिक जागरूकता और क्रिएटिव सोच दुनिया की अर्थव्यवस्था और संस्कृति दोनों को आकार देगी।
निष्कर्ष
Gen Z का मतलब सिर्फ एक आयु वर्ग से नहीं है, बल्कि यह नई सोच, नई तकनीक और नई जीवनशैली का प्रतीक है। जैसे-जैसे यह पीढ़ी आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे शिक्षा, व्यवसाय, राजनीति और संस्कृति सभी में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
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